हाल ही में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सोने के दामों में हल्की वृद्धि हुई है, जबकि चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। यह बदलाव वैश्विक बाजारों और घरेलू मांग में परिवर्तन के कारण हुआ है। ऐसे में निवेशकों को इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश योजनाएं तैयार करनी चाहिए।
सोने के दामों में बढ़ोतरी
गुरुवार को सोने की कीमतों में हल्की बढ़त देखी गई। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने का भाव ₹76,175 से बढ़कर ₹76,287 प्रति 10 ग्राम हो गया। यह वृद्धि वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और निवेशकों द्वारा अधिक खरीदारी के कारण हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संकेत निवेशकों के लिए सकारात्मक है, क्योंकि सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
चांदी के दामों में गिरावट
सोने की तुलना में चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। चांदी का भाव ₹88,430 प्रति किलो से घटकर ₹87,904 प्रति किलो हो गया। इसका कारण कमजोर वैश्विक संकेत और घरेलू बाजार में हाजिर डिमांड में कमी है। चांदी की कीमतें आमतौर पर औद्योगिक मांग और वैश्विक आर्थिक स्थितियों से प्रभावित होती हैं।
विभिन्न शहरों में सोने-चांदी के दामों का अंतर
भारत के विभिन्न शहरों में सोने और चांदी के दामों में भिन्नता देखने को मिलती है। यह अंतर स्थानीय मांग और आपूर्ति की स्थिति पर निर्भर करता है। चेन्नई, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और अहमदाबाद जैसे शहरों में 22 कैरेट, 24 कैरेट और 18 कैरेट सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
वायदा बाजार में कीमतों का प्रभाव
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में भी सोने और चांदी की वायदा कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। सोने के वायदा दाम ₹141 की गिरावट के साथ ₹76,375 प्रति 10 ग्राम रहे, जबकि चांदी के वायदा दाम ₹656 घटकर ₹87,024 प्रति किलो हो गए। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट वैश्विक बाजारों में मंदी और कमजोर घरेलू मांग के कारण हुई है।
सोने की शुद्धता की जांच कैसे करें?
सोने की शुद्धता जांचने के लिए हॉलमार्क पर ध्यान देना जरूरी है।
- 999 हॉलमार्क: 99.9% शुद्ध सोना (24 कैरेट)।
- 916 हॉलमार्क: 91.6% शुद्ध सोना (22 कैरेट)।
- 750 हॉलमार्क: 75% शुद्ध सोना (18 कैरेट)।
यह सुनिश्चित करता है कि खरीदार शुद्ध सोने का चुनाव करें और अशुद्ध गहनों से बचें।
सोने और चांदी की कीमतों पर असर डालने वाले कारक
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: वैश्विक बाजार में अस्थिरता कीमतों को प्रभावित करती है।
- मुद्रा विनिमय दर: डॉलर और रुपये की दरों का प्रभाव।
- घरेलू मांग और आपूर्ति: स्थानीय बाजार की स्थिति।
- औद्योगिक मांग: विशेष रूप से चांदी के लिए।
आर्थिक अनिश्चितता और वैश्विक संकटों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं।
जेवर खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
गहनों की खरीदारी करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें:
- हॉलमार्क की जांच करें: शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए।
- वजन और मेकिंग चार्ज: यह कुल लागत को प्रभावित करता है।
- सही बिल लें: खरीदारी को कानूनी रूप से सुरक्षित बनाने के लिए।
सोने और चांदी की कीमतों में बदलाव निवेशकों और खरीदारों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। जहां सोने की बढ़ती कीमतें इसे सुरक्षित निवेश बनाती हैं, वहीं चांदी की गिरावट औद्योगिक मांग में कमी का संकेत देती है। इन कीमतों को ध्यान में रखकर सही रणनीति अपनाना आवश्यक है।