साल 2024 के आखिरी महीने की शुरुआत एक बार फिर एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ हुई है। 1 दिसंबर को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में इजाफा किया है। हालांकि, घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर हुआ महंगा
दिसंबर की पहली तारीख को 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में लगभग 16.50 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। यह बढ़ोतरी देश के सभी प्रमुख शहरों में लागू की गई है।
- दिल्ली में 19 किलो का सिलेंडर अब 1818.50 रुपये का हो गया है, जो पहले 1802 रुपये में मिल रहा था।
- कोलकाता में यह सिलेंडर अब 1927 रुपये का हो गया है, जो पहले 1911.50 रुपये का था।
- मुंबई में इसकी कीमत 1754.50 रुपये से बढ़कर 1771 रुपये हो गई है।
- चेन्नई में अब यह सिलेंडर 1980.50 रुपये का मिलेगा, जबकि पहले इसकी कीमत 1964.50 रुपये थी।
नवंबर में भी बढ़े थे सिलेंडर के दाम
दिसंबर से पहले नवंबर में भी कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में इजाफा किया गया था।
- दिल्ली में यह सिलेंडर 1740 रुपये से बढ़कर 1802 रुपये का हो गया था।
- कोलकाता में 1850.50 रुपये से बढ़कर 1911.50 रुपये पर पहुंच गया था।
- मुंबई में इसकी कीमत 1692.50 रुपये से बढ़कर 1754 रुपये हुई थी।
- चेन्नई में यह सिलेंडर 1903 रुपये से बढ़कर 1964 रुपये का कर दिया गया था।
हर महीने लगातार हो रही इस बढ़ोतरी ने छोटे व्यवसायों और रेस्तरां चलाने वालों को खासा प्रभावित किया है।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम स्थिर
हालांकि, 14 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- दिल्ली में यह सिलेंडर 803 रुपये में मिल रहा है।
- कोलकाता में इसकी कीमत 829 रुपये है।
- मुंबई में यह 802.50 रुपये का है।
- चेन्नई में यह सिलेंडर 818.50 रुपये में उपलब्ध है।
घरेलू सिलेंडर की कीमतें पिछले कुछ महीनों से स्थिर हैं, जिससे आम जनता को थोड़ी राहत मिली हुई है।
बढ़ती कीमतों का असर
लगातार हो रही एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर छोटे व्यवसायों, जैसे ढाबों, कैटरिंग सेवाओं, और अन्य छोटे उद्यमों पर पड़ता है।
- रेस्तरां और होटलों की लागत बढ़ने के कारण खाने-पीने की चीजें महंगी हो सकती हैं।
- छोटे व्यापारियों को अपनी सेवाओं के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं, जिससे ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ आएगा।
कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी।
- डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी।
- ट्रांसपोर्टेशन और टैक्सेशन की बढ़ती लागत।
क्या है राहत का रास्ता?
महंगाई के इस दौर में आम जनता और छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार को कुछ कदम उठाने की जरूरत है।
- सब्सिडी को बढ़ावा देना: घरेलू सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना चाहिए।
- कॉमर्शियल सिलेंडर पर राहत: छोटे व्यवसायों को राहत देने के लिए सरकार कॉमर्शियल सिलेंडर पर टैक्स में कटौती कर सकती है।
- स्थिर मूल्य नीति: अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, सरकार को मूल्य स्थिरता बनाए रखने के लिए कदम उठाने चाहिए।
दिसंबर की शुरुआत में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी ने एक बार फिर से महंगाई की चिंता बढ़ा दी है। जहां घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर हैं, वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ने से छोटे और मध्यम व्यवसायों पर दबाव बढ़ रहा है। सरकार को इस बढ़ती कीमत के प्रभाव को कम करने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाने चाहिए।
आने वाले महीनों में कीमतें स्थिर रहती हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन फिलहाल, लगातार बढ़ती महंगाई ने हर वर्ग को सोचने पर मजबूर कर दिया है।